दुनिया भर में मौजूद हर देश की अपनी एक अलग संस्कृति, खानपान और पहनावा होता है, जिससे उनसे अलग पहचान मिलती है। लेकिन इन सभी देशों में जापान सबसे अलग है, जहां आपको एक से बढ़कर एक अतरंगी चीजें देखने को मिल जाएंगी।
जापान को टेक्नोपान भी कहा जाता है, क्योंकि यहां मौजूद टेक्नोलॉजी दुनिया में सबसे तेज और आधुनिक है। ऐसे में आज हम आपको जापान में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपको सिर्फ और सिर्फ इसी देश में देखने को मिलेंगी।
हर जगह के लिए अलग अलग चप्पलें
जापान के लोग साफ सफाई का बहुत ख्याल रखते हैं, लिहाजा वह अपने घर पर भी अलग अलग तरह की चप्पलों का इस्तेमाल करते हैं। जापान के लोग घर के बाहर के लिए अलग चप्पल इस्तेमाल करते हैं, जबकि घर के अंदर दूसरी चप्पल पहन कर घूमते हैं।
इसके अलावा जापानी बॉथरूम, रसोई, बेडरूम और गार्डन के लिए भी अलग अलग चप्पलों का इस्तेमाल करते हैं, ताकि घर में किसी भी प्रकार की गंदगी न हो। जापान में पब्लिक टॉयलेट और स्नान घरों में भी अलग चप्पलों का यूज किया जाता है, जो वहां के नागरिकों के लिए काफी सुविधाजनक है।
बेबी मॉप के साथ घर की सफाई
अगर आप पुराने अंदाज में पोछा लगाकर थक गए हैं, तो आपको बेबी मॉप ट्राई करना चाहिए। यह खास तरह का पोछा छोटे बच्चों को पहनाया जाता है, जो फर्श पर घुटनों के बल चलते हुए रेंगते हैं। ऐसे में बच्चा जैसे जैसे फर्श पर चलता है, उसके द्वारा पहने हुए मॉप से पूरे घर में पोछा लग जाता है।
जापान के लोग इस बेबी मॉप के जरिए अपने घरों की साफ सफाई करते हैं, जिससे उनका काम भी हो जाता है और छोटे बच्चों को संभालने या पकड़ने की झनझट भी दूर हो जाती है। क्या आप इस खास बेबी मॉप का इस्तेमाल करना पसंद करेंगे?
गर्लफ्रेंड एंड बॉयफ्रेंड तकिया
जापान में लोगों की लाइफ बहुत ही बिजी रहती है, जिसकी वजह से इस देश में लोगों को अकेलेपन का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति जापान में अकेलापन महसूस कर रहा होता है, तो वह गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड तकिया लेकर अपना अकेलापन दूर कर सकता है। इसके अलावा जिन लोगों को गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड की जरूरत होती है, वह भी इस तकिए का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह तकिया ग्राहक को एक तरह से कंधा प्रदान करने का काम करता है, जिसे एक महिला या पुरुष के शरीर का आकार दिया जाता है। इस तकिया का इस्तेमाल करके युवा अपना अकेलापन दूर करते हैं, जिससे उनका तनाव भी कम होता है। इस खास तकिए में अलार्म क्लॉक भी होता है, जो फिक्स टाइमिंग पर वाईब्रेट होता है और तकिए के साथ सो रहे व्यक्ति को नींद से जगाता है।
भीड़ को धक्का देने वाले पुशर
जापान एक बहुत ही आधुनिक देश माना जाता है, लेकिन यहां कुछ बहुत ही अजीबो गरीब चीजें भी होती हैं। जापान में ट्रेन में सफर करने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से ऑफिस टाइमिंग में स्टेशन पर काफी ज्यादा भीड़ हो जाती है।
इस भीड़ को हैंडल करने और ट्रेन में यात्रियों को भरने के लिए पुशर्स को नौकरी पर रखा जाता है, जो लोगों को ट्रेन के अंदर धक्का देते हैं और फिर ट्रेन के दरवाजे बंद करने में मदद करते हैं। पुशर्स अपनी जॉब के दौरान इस बात का ख्याल रखते हैं कि यात्रियों को चोट न लगे और वह सभी ट्रेन के अंदर अच्छी तरह से अर्जेस्ट हो जाए।
कैप्सूल होटल का चलन
जापान में बड़े बड़े लग्जरी होटल के साथ कैप्सूल होटल का चलन भी बहुत तेजी से बढ़ रहा है, जो आम लोगों को आराम देने के साथ साथ सुरक्षा भी प्रदान करते हैं। इन कैप्सूल होटल्स का किराया बहुत ही कम होता है, जिनका आकार काफी छोटा और आकर्षक होता है।
जापान में कैप्सूल होटल की शुरुआत साल 1979 में हुई थी, जो बहुत ही छोटे और आरामदायक कमरे होते हैं। इन कमरों में स्टूडेंट्स से लेकर पर्यटक, बिजनेसमैन और शराबी लोग तक पहुंचते हैं, जो कम पैसों में आरामदायक रात गुजारते हैं।
वेंडिंग मशीनों की भरमार
आपने ज्यादातर देशों में कोल्ड ड्रिंक और छोटे मोटे खाने पीने की चीजों के लिए वेंडिंग मशीन (VENDING MACHINE) का इस्तेमाल किया होगा, जो मॉल या शॉपिंग कंप्लेक्स में देखने को मिलती है। लेकिन अगर आप जापान घूमने के लिए जाते हैं, तो वहां आपको हर गली, मोहल्ले में वेंडिंग मशीन देखने को मिल जाएगी।
इस देश में कोल्ड ड्रिंक, स्नेक्स से लेकर सब्जी, फ्रूट्स समेत घर में इस्तेमाल होने वाली हर चीज वेंडिंग मशीन में आसानी मिल जाती है, जिससे लोगों को काफी सुविधा होती है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जापान में एक व्यक्ति के लिए 23 वेंडिंग मशीन मौजूद है, जहां आपको जुराबों से लेकर सर्जिकल मास्क तक सब कुछ मिल जाएगा।
स्कूलों में सफाई करते हैं बच्चे
भारत समेत अन्य देशों में बच्चों को पढ़ाई लिखाई करने के लिए स्कूल भेजा जाता है, जहां वह कोई अन्य काम नहीं करता है। लेकिन अगर जापान की बात की जाए, तो इस देश में बच्चों को पहली क्लास से ही साफ सफाई के बारे में सिखाया जाता है।
जापान के बच्चे स्कूल में पढ़ाई करने के साथ साथ साफ सफाई के गुण भी सीखते हैं, क्योंकि इस देश में सफाई को बहुत ज्यादा तवज्जो दी जाती है। इसलिए जापान में स्कूल खत्म होने के बाद बच्चों को झाड़ू, पोछा लगाते हुए देखना, बहुत ही आम बात है।
20 सेकंड भी लेट नहीं होती है ट्रेन
जापान में बुलेट ट्रेन बहुत ही तेजी से चलती है, जिससे यात्रियों को लंबा सफर तय करने में बहुत की कम समय लगता है। लेकिन जापान में बुलेट समेत कोई भी लोकल ट्रेन 20 सेकंड भी लेट नहीं होती है, क्योंकि इसका सीधा असर यात्रियों पर पड़ता है।
दरअसल जापान के लोग अपने काम और टाइम पर ऑफिस पहुंचने को लेकर बहुत ज्यादा सतर्क रहते हैं, ऐसे में अगर इस देश में ट्रेन जरा सी भी लेट हो जाती है तो यह खबर अखबारों की हेड लाइन बन जाती है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी साल 2017 में एक ट्रेन सिर्फ 20 सेकंड लेट हुई थी, जिसके लिए रेलवे ने आधिकारिक तौर पर यात्रियों से माफी मांगी थी और उन्हें टिकट के पैसे भी लौटा दिए थे। जापान के लोग समय की बहुत कद्र करते हैं, इसलिए यहां ट्रेन लेट होना असंभव है।
अतरंगी गली नंबर
अगर आप कभी जापान घूमने के लिए जाते हैं, तो यहां आपको गलियों के नाम न के बराबर देखने को मिलेंगे। दरअसल जापान में मौजूद ज्यादातर सड़कों और गलियों का कोई नाम नहीं होता है, क्योंकि यहां सड़कों और गलियों को ब्लॉक में बांट दिया जाता है।
जापान में किसी भी जगह के एड्रेस में सबसे पहले शहर का नाम आता है, इसके बाद जिला और फिर ब्लॉक नंबर लिखा जाता है। इसी ब्लॉक नंबर को देखकर लोग अपने घर के एड्रेस तक पहुंचते हैं, जहां गली नंबर का कोई जिक्र नहीं होता है।
लिफ्टमैन का होना है जरूरी
जापान में बहुत ही ऊंची और गगनचुंबीय इमारतें मौजूद हैं, जहां नागरिकों की सुविधा के लिए लिफ्ट भी होती है। हालांकि इन लिफ्ट्स को मैनेज करने के लिए उनके अंदर हमेशा कोई न कोई लिफ्ट मैन या लिफ्ट गर्ल जरूर रहती है।
जापान में लिफ्ट मैन या लिफ्ट गर्ल को इसलिए नौकरी पर रखा जाता है, ताकि वह लिफ्ट को आसानी से मैनेज करे और उसमें किसी भी तरह की तकनीकी खराबी न आए। इसकी वजह से लोगों को लिफ्ट खराब होने पर परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
ऑफिस में सोने वाले होते हैं मेहनती
हमारे देश में स्कूल, कॉलेज या ऑफिस में किसी व्यक्ति के सोने पर उसे सजा दी जाती है या फिर ऑफिस से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है, लेकिन जापान में अगर कोई व्यक्ति सो जाता है तो उसे मेहनती समझा जाता है।
जी हां… आपने बिल्कुल सही सुना, जापानी लोगों का मानना है कि अगर कोई व्यक्ति ऑफिस या क्लास में सो रहा है, तो वह काम की वजह से बहुत थका हुआ है। इसलिए यहां बच्चों से लेकर ऑफिस में काम करने वाले लोगों को नींद की झपकी लेने की इजाजत है, इस प्रोसेस को INEMURI कहा जाता है।
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