बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गजों के नेता आर माधवन को कौन नहीं जानता। केवल बॉलीवुड इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी आर माधवन का एक बड़ा नाम है। आर माधवन ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत साल 1996 में आई फिल्म “रात की सुबह नहीं” से की थी। इस फिल्म में उन्होंने एक छोटा सा किरदार निभाया था। साल 2001 में आई फिल्म में “रहना है तेरे दिल में” ने आर माधवन को रातों-रात बॉलीवुड का स्टार बना दिया। इस फिल्म से आर माधवन को काफी कामयाबी मिली, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपनी दमदार एक्टिंग के दम पर एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में की।
आपको बता दें कि फिल्मों के अलावा आर माधवन की दिलचस्पी स्पोर्ट्स में भी है। साल 2006 में बॉक्सिंग पर बनी फिल्म “साला खड़ूस” में आर माधवन लीड रोल में नजर आए थे। आर माधवन की तरह ही उनके बेटे भी स्पोर्ट्स के लिए डेडीकेटेड हैं। आर माधवन के बेटे का नाम वेदांत है और केवल 16 साल की उम्र में ही उन्होंने ओलंपिक चैंपियन बनने का फैसला कर लिया है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि आर माधवन के बेटे वेदांत राष्ट्रीय स्तर पर कई चैंपियनशिप मेडल जीत चुके हैं। वेदांत एक राष्ट्रीय स्तर के तैराक हैं। वह केवल 16 साल की उम्र में ही नेशनल स्विमिंग चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। अपने बेटे की अच्छी फैसिलिटी और ट्रेनिंग के लिए आर माधवन ने दुबई शिफ्ट होने का फैसला कर लिया है। हाल ही में दिए एक वेब इंटरव्यू में माधवन ने कहा कि, “मेरे बेटे का कैरियर मेरे कैरियर से ज्यादा अहम है। मुंबई में जितने भी बड़े स्विमिंग पूल्स है, वह या तो कोरोना महामारी के वजह से बंद है या उनमें इतनी अच्छी फैसिलिटी नहीं है। इसलिए इंटरनेशनल टूर्नामेंट की तैयारी के लिए हमारा दुबई शिफ्ट होना बेहद जरूरी है”।
आपको बताते चलें कि साल 2021 के शुरुआत में वेदांत सुर्खियों में बने हुए थे, जब उन्होंने जूनियर राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप में 7 पदक अपने नाम किए थे। इनमें 4 सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे।
ये भी पढ़ें: मिलिए किसान के बेटे “नीरज चोपड़ा” से, जिन्होंने एथलेटिक्स में भारत का पहला ओलंपिक गोल्ड जीता