अगर आपको लगता है कि भारत में ज्वालामुखी नहीं है तो आप गलत हैं। हकीकत तो यह है कि दक्षिण एशिया का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी भारत (Active Volcano in India) में ही है।
जी हां, ये ज्वालामुखी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर है, जिसका नाम बैरन द्वीप ज्वालामुखी (Barren Island volcano) है।
यह खतरनाक ज्वालामुखी वर्ष 2004 में आई सुनामी के दौरान फटा था। इसके 500 मीटर ऊंचे क्रेटर से लावा निकलने लगा था।
इससे पहले इसमें वर्ष 1996 में विस्फोट हुआ था। गोल आकार वाले इस ज्वालामुखी में वर्ष 1994-95 के दौरान भी कई विस्फोट हो चुके हैं।
अंडमान जाने वाले लोगों को इसके लावे के निशान आज भी मिलते हैं। अंडमान में ही एक और ज्वालामुखी है, जिसका नाम है ‘नारकोंडम’।
माना जा रहा था कि यह ज्वालामुखी मृतप्राय है, लेकिन वर्ष 2005 इससे धुआं निकलता देखा गया था। गौरतलब है कि करीब 100 साल पहले तक इसमें कोई गितिविधि नहीं देखी गई थी।
माना जाता है कि 2004 में सुमात्रा में आए भूकम्प की वजह से इसमें विस्फोट हुआ।