Drinking Water While Standing: पानी एक महत्वपूर्ण तत्व है जो हमें जीवित और स्वस्थ रखने में मदद करता है। पानी पीना हमारी सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि अच्छी सेहत के लिए दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए।
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते हैं। वहीं बहुत से लोगों की आदत होती है कि वे खड़े होकर पानी पीते हैं (Drinking Water While Standing), लेकिन ऐसा करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। जी हां, पानी कभी भी खड़े होकर नहीं पीना चाहिए। खड़े होकर पानी पीने से आपकी सेहत बिगड़ सकती है और आपको कई बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, खड़े होकर पानी पीने (Drinking Water While Standing) से यह सीधे अंदर जाता है, इसलिए आवश्यक पोषक तत्व और विटामिन लीवर और पाचन तंत्र तक नहीं पहुंच पाते हैं। इससे आप जाने-अनजाने में कई बीमारियों को अपने पास बुला लेते हैं। इसका सबसे ज्यादा दुष्प्रभावों लिवर, किडनी और जोड़ों पर पड़ता है।
चलिए हम यहां आपको बताते हैं कि खड़े होकर पानी पीने के क्या नुकसान हो सकते हैं?
1. फेफड़ों को होता है नुकसान
एक एनसीबीआई के अध्ययन के अनुसार, खड़े होकर पानी पीने से हमारे शरीर को सही तरह से पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। पानी हमारे सिस्टम से होते हुए बहुत तेजी से गुजर जाता है। इससे हमारे फेफड़ों और हृदय को भी नुकसान पहुंचता है क्योंकि खड़े होकर पानी पीने से फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है।
2. बदहज़मी
खड़े होकर पानी पीने से पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुंचता है। क्योंकि जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं, तो यह बड़ी तेज़ गति के साथ भोजन नली से होकर सीधे पेट के निचले हिस्से पर जा गिरता है, जो हानिकारक है। खड़े होकर तेज़ी से पानी पीने से नसें तनावग्रस्त हो जाती हैं, जिससे तरल पदार्थ का संतुलन बिगड़ जाता है, और टॉक्सिन्स व बदहज़मी बढ़ती है।
3. किडनी से जुड़ी दिक्कतें
ऐसा पाया गया है कि हमारी किडनी उस वक्त बेहतर तरीके से फिल्टर करती हैं, जब हम बैठे होते हैं। ऐसे में जब खड़े होकर पानी पिया जाता है, तो तरल पदार्थ बिना फिल्टर हुए सीधे पेट के निचले हिस्से में चला जाता है। इससे पानी में मौजूद अशुद्धियां मूत्राशय में जम जाती हैं, और गुर्दे की कार्यप्रणाली को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे युरीनरी ट्रेक्ट से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
4. गठिया का ख़तरा बढ़ता है
खड़े होकर पानी पीने से यह शरीर से होकर जोड़ों में जमा हो जाता है। जो हड्डियों और जोड़ों को खतरे में डाल सकता है। इसकी वजह से जोड़ वाले हिस्से में तरल पदार्थ की कमी की वजह से दर्द के साथ कमजोरी आने लगती हैं। कमजोर हड्डियों के चलते व्यक्ति गठिया जैसी बीमारी से पीड़ित हो सकता है।
5. तनाव बढ़ता है
इस बात पर हो सकता है कि आपको यकीन न हो, लेकिन खड़े होकर पानी पीने से आपका तनाव भी बढ़ सकता है। दरअसल, खड़े होकर पानी पिया जाए, तो इसका सीधा असर हमारे तंत्रिका तंत्र पर पड़ता है। इस तरह से पानी पीने से पोषक तत्व पूरी तरह से बेकार हो जाते हैं और शरीर तनाव में आ जाता है।
क्या है फिर पानी पीने का सही तरीका?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, पानी पीने का सही तरीका है बेठकर पीना। इसके लिए कुर्सी पर बैठें, पीठ को सीधा रखें और फिर पानी पिएं। इससे पोषक तत्व दिमाग़ तक पहुंचते हैं और मस्तिष्क गतिविधि में सुधार आता है। सिर्फ इतना ही नहीं, इससे पाचन में भी सुधार आता है और पेट में सूजन या पेट फूलने की दिक्कत नहीं होती।
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