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ये हैं विश्व प्रसिद्ध 9 शिव मंदिर, जहां स्थापित है विशालकाय मूर्ति और शिवलिंग

Lord Shiva: हिंदू धर्म में भगवान शिव प्रमुख देवताओं में से हैं, जिनकी पूरे भारत में पूजा अर्चना की जाती है। भगवान शिव कई लोगों के ईष्ट भी हैं और भारत में विभिन्न जगहों पर उनके बड़े बड़े मंदिर व प्रतिमाएं स्थापित हैं, जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु आस्था के साथ जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको भारत में स्थापित भगवान शिव की सबसे प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भगवान के दर्शन मात्र से ही इंसान के दुख दर्द दूर हो जाते हैं।

नाथद्वारा (Nathdwara)

राजस्थान में स्थित नाथद्वारा एक बहुत ही खूबसूरत सा शहर है, जो पूरी तरह से आध्यात्मिकता से भरा हुआ है। इस शहर में भगवान शिव की विशालकाय मूर्ति है, जिसकी ऊंचाई लगभग 351 फीट है। इतना ही नहीं भगवान शिव की इस प्रतिमा के सामने 25 फीट की ऊंचाई वाले नंदी को स्थापित किया गया है, जो देखने में बहुत ही अद्भुत और भव्य लगती है।

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मुरुदेश्वर (Murudeshwar)

कर्नाटक में स्थित भटकल तालुका में मुरुदेश्वर मंदिर स्थित है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर अरब सागर के किनारे मौजूद है, जिसकी वजह से यहां का नजारा बहुत ही अद्भुत लगता है। इस मंदिर में भगवान शिव की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा मौजूद है, जिसकी ऊंचाई 123 फीट है।

भगवान शिव की प्रतिमा के ठीक सामने उनकी सवारी नंदी की प्रतिमा को बनाया गया है, जबकि भोलेनाथ के गले में मौजूद सांप और बाघ के आसन को तांबे से बनाया गया है। ऐसे में जब सूर्य की रोशनी इस प्रतिमा पर पड़ती है, तो इसका अद्भुत नजारा देखते ही बनता है।

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कोटिलिंगेश्वर मंदिर (Kotilingeshwara Temple)

कर्नाटक के कोलार जिले में स्थित कोटिलिंगेश्वर मंदिर अपने आप बहुत ही भव्य है, जहां एक करोड़ से ज्यादा छोटे छोटे शिवलिंग स्थापित हैं। इतना ही नहीं इस मंदिर में 108 फीट लंबा शिवलिंग और नंदी महाराज की प्रतिमा भी मौजूद है, जो भगवान शिव को दर्शाता है। कोटिलिंगेश्वर मंदिर की मान्यता के अनुसार श्रद्धालु मंदिर में खुद का छोटा सा शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं, जिसे मनोकामना पूरी होने के मकसद से मंदिर में रखवाया जाता है।

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आदियोगी शिव (Adiyogi Shiv)

तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में भगवान शिव की एक ऐसी प्रतिमा स्थापित है, जिसे देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी शिव मूर्ति है, जिसमें भगवान शिव के आधे शरीर को दर्शाया गया है। इस प्रतिमा में भगवान शिव ध्यान में मग्न हैं, जिन्हें देखकर श्रद्धालुओं के सभी दुख दूर हो जाते हैं।

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त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimabakeshwar Temple)

महाराष्ट्र के नासिल शहर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर लाखों लोगों के लिए आस्था का केंद्र है, जो गोदावरी नदी के किनारे बना हुआ है। कहा जाता है कि इस मंदिर को पेशवा बालाजी बाजी राव (Peshwa Balaji Bajirao) द्वारा बनवाया गया था, जहां भगवान शिव की विशाल प्रतिमा स्थापित है।

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तुंगनाथ मंदिर (Tungnath Temple)

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित तुंगनाथ मंदिर बहुत ही खूबसूरत है, जो समुद्र तल से लगभग 12,073 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जहां भगवान शिव की प्रतिमा के अलावा मां पार्वती, वेद व्यास जी के मंदिर व मूर्तियां भी मौजूद हैं।

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लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple)

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भगवान शिव का सबसे बड़ा और पुराना मंदिर मौजूद है, जिसे लिंगराज मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं, जिसकी लंबाई और चौड़ाई एक समान है। लिंगराज मंदिर के परिसर में बिंदुसार नामक तालाब भी मौजूद है, जो भयानक गर्मी के दौरान भी हमेशा पानी से भरा हुआ रहता है।

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बृहदेश्वर मंदिर (Brihadeeswara Temple)

तमिलनाडु में स्थित बृहदेश्वर मंदिर का नाम यूनेस्को ने विश्व धरोहर के रूप में सूचीबद्ध किया है, जहां विशाल आकार का शिवलिंग स्थापित किया गया है। कहा जाता है कि इस शिवलिंग को राजा चोलन ने स्थापित किया था, जिन्हें सपने में भगवान शिव का मंदिर बनाने का आदेश दिया गया था।

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वडकुनाथन मंदिर (Vadakkunnathan Temple)

केरल के त्रिशूर जिले में स्थित वडकुनाथन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो 9 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है। इस मंदिर में भगवान शिव की विशाल प्रतिमा और शिवलिंग
स्थापित है, जबकि शिवलिंग हमेशा घी से ढका हुआ रहता है।

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तो ये थे भारत में मौजूद भगवान शिव की विशाल मूर्तियां और शिवलिंग, जिनके दर्शन करने का मौका कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए।

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Shivani Bhandari
Shivani Bhandari
सपनों और हक़ीक़त को शब्दों से बयां करती है 'क़लम'!
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